क्या आप जानते हैं
की आपके संतान की उन्नति के मार्ग में आ रही बाधा अलग -अलग वृक्षा रोपण से १००%
दूर हो सकती है
ग्रह नक्षत्रों के
कुप्रभावों से बचने के लिए कारगर सिद्ध होते हैं पेड़-पौधे
नक्षत्र राशि तथा ग्रह के लिए कौन-कौन से निर्धारित पेड़ पौधे हैं i
नक्षत्र राशि तथा ग्रह के लिए कौन-कौन से निर्धारित पेड़ पौधे हैं i
ग्रह नक्षत्रों के नकारात्मक
प्रभाव को दुर करने के लिए पेड़ पौधों का सहारा कब और क्यों लिया जाता था
कुछ समयांतराल के पश्चात् पानी के बोतल की तरह हम oxigen की
बोतल भी ले कर सफ़र करेंगे :-
इसे समझने के लिए आपको ज्योतिष विज्ञान से सम्बंधित कुछ बातें समझनी होंगी .
ब्रह्माण्ड में उपस्थित समस्त सजीव
अर्थात जिनमे सांस लेने की क्षमता हो
जैसे हम मनुष्य ,जानवर तथा पेड़-पौधे ये सभी कुल पञ्च तत्वों से मिलकर बने हैं अग्नि, वायु, जल, पृथ्वी और आकाश, जो चीजें इन
५ तत्वों से मिलकर बनी होती हैं इन सभी की जीवन की समस्त घटनाओं को मुख्यतः ९ग्रह १२ राशियाँ तथा २७ नक्षत्र
संचालित करते हैं . कहने का तात्पर्य ये
है की हमारे जीवन में होने वाली अच्छी और बुरी घटनाएँ के लिए आपके जन्म समय के
ग्रह-नक्षत्र जिम्मेदार होते हैं .
आज
से सैकड़ों हजारों वर्ष पूर्व ऋषि- मुनि
ज्योतिर्विद , जीवन में होने वाली सभी सदृश्य या अदृश्य समस्याओं के समाधान हेतु
पेड़ पौधों का सहारा लेते थे और इसी से ठीक हो जाते थे क्योंकि उक्त के अतिरिक्त
कोई विकल्प नहीं होता था .
वृक्ष प्रकृति की अनमोल धरोहर है यह हमारे पर्यावरण तथा मानव जीवन का संरक्षक
है:-
जिस प्रकार प्रत्येक
मनुष्य की अपनी विशेषता है उसी प्रकार प्रत्येक वृक्ष की अपनी विशेषता है। वस्तुतः
इस पृथ्वी पर यदि वृक्ष न हो तो हमारा
जीवन खतरे में पड़ जाएगा। यह हम सभी जानते है वृक्ष हमें आक्सीजन प्रदान करता है और
आक्सीजन के बिना मनुष्य जीवित नहीं रह सकता। इसी कारण वैदिक साहित्य में “वृक्ष पूजन” का स्पष्ट निर्देश दिया गया
था जो आज भी विराजमान है चाहे वह अंधविश्वास के रूप में ही सही वृक्षो की पूजा की
जाती है। इसका मुख्य श्रेय हमारे ऋषि मुनियो, पौराणिक परम्परा, यज्ञ आदि के लिए निर्धारित सामग्री में निश्चित लकड़ी का
प्रयोग का श्रेया आज के ज्योतिष शास्त्री
को जाता है।
ज्योतिष शास्त्र में वृक्ष की पूजा का विधान है
यदि कोई जातक बहुत परेशानी में है चाहे व्यापार
से सम्बंधित हो,
संतान से, दाम्पत्य जीवन से आदि आदि
तो ज्योतिषी जन्मकुंडली के आधार पर यह जानने का प्रयास करता है की किस ग्रह
नक्षत्र, राशि वा राशि स्वामी के
कारण वह परेशान है। उस ग्रह-नक्षत्र अथवा राशि के नकारात्मक प्रभाव को दूर करने हेतु उनसे सम्बंधित पेड़ पौधों इस्तेमाल किये
जाते हैं .
भारतीय ज्योतिष में प्रत्येक नक्षत्र, ग्रह और राशि के लिए कोई न कोई पेड़-पौधे निर्धारित है। जन्म कुंडली में बुरे ग्रहो के प्रभाव को कम करने के लिए तथा शुभ ग्रहो के शुभत्त्व को बढ़ाने के लिए निर्धारित पेड़-पौधों की सेवा तथा उसके जड़ को धारण करने का विधान है।
भारतीय ज्योतिष में प्रत्येक नक्षत्र, ग्रह और राशि के लिए कोई न कोई पेड़-पौधे निर्धारित है। जन्म कुंडली में बुरे ग्रहो के प्रभाव को कम करने के लिए तथा शुभ ग्रहो के शुभत्त्व को बढ़ाने के लिए निर्धारित पेड़-पौधों की सेवा तथा उसके जड़ को धारण करने का विधान है।
आइये जानते है की कौन पौधा किस ग्रह राशि तथा नक्षत्र के लिए
निर्धारित किया गया है।
ज्योतिषीयशास्त्र में 27 नक्षत्रों के लिए अलग-अलग गुणवाले पेड़-पौधे निर्धारित किये
गए है आइये जानते है वे कौन कौन है।
27 नक्षत्रो के लिए निर्धारित पेड़-पौधे
अश्विन – कोचिला,
भरनी – आंवला
कृतका – गुडहल
रोहिणी – जामुन
मृगशिरा – खैर
आद्रा – शीशम
पुनर्वसु – बांस
पुष्य – पीपल
अश्लेषा – नागकेसर
मघा – बट
27 नक्षत्रो के लिए निर्धारित पेड़-पौधे
अश्विन – कोचिला,
भरनी – आंवला
कृतका – गुडहल
रोहिणी – जामुन
मृगशिरा – खैर
आद्रा – शीशम
पुनर्वसु – बांस
पुष्य – पीपल
अश्लेषा – नागकेसर
मघा – बट
पूर्वा फाल्गुन – पलास
उत्तरा फाल्गुन – पाकड़
हस्त – रीठा
चित्रा – बेल
स्वाती- अजरुन
विशाखा –भट कटैया
अनुराधा – भालसरी
ज्योष्ठा – चीड
मूला – शाल
पूर्वाषाढ़ – अशोक
उत्तराषाढ़ – कटहल
श्रवण – अकौन
धनिष्ठा – शमी
शतभिषा – कदम्ब
पूर्व भाद्र – आम
उत्तरभाद्र – नीम
रेवती – महुआ
बारह राशि के लिए निर्धारित पेड़-पौधे
राशि – पेड़-पौधे
मेष – आंवला
वृष – जामुन,
मिथुन – शीशम,
कर्क – नागकेश्वर,
सिंह – पलास,
कन्या – रिट्ठा,
तुला – अजरुन,
वृश्चिक – भालसरी,
धनु – जलवेतस,
मकर – अकोन,
कुंभ – कदम्ब
मीन – नीम
प्रत्येक ग्रह के लिए निर्धारित पेड़ -पौधे
सूर्य – अकोन ( एकवन)
चन्द्रमा – पलास,
मंगल – खैर,
बुद्ध – चिरचिरी,
गुरु – पीपल,
शुक्र – गुलड़,
शनि – शमी,
मकर – अकोन,
कुंभ – कदम्ब
मीन – नीम
प्रत्येक ग्रह के लिए निर्धारित पेड़ -पौधे
सूर्य – अकोन ( एकवन)
चन्द्रमा – पलास,
मंगल – खैर,
बुद्ध – चिरचिरी,
गुरु – पीपल,
शुक्र – गुलड़,
शनि – शमी,
राहु – दुर्वा व
केतु – कुश
बच्चे के जन्म के समय एक पौधा अवश्य लगावें अथवा अपने परिवार की संख्या के बराबर पेड़ लगावें :-
याद
रखिये जैसे जैसे पेड़ बढेगा वैसे वैसे आपके बच्चे का भविष्य भी उज्जवल
होता जायेगा .आपको जानकर हैरत होगी की पेड़ पौधों के अन्दर एक एनर्जी ,एक औरा होता
है जो आपको एवं आपके परिवार को हर दृष्टिकोण से सुरक्षा प्रदान करता है
ग्रह, राशि, नक्षत्र के लिए निर्धारित पेड़ पौधे का प्रयोग करने से अंतश्चेतना में सकारात्मक सोच का संचार होता है तत्पश्चात हमारी मनोकामनाये शनै शनै पूरी होने लगती है ।
भारत सरकार के पास वृक्षा
रोपड़ की तमाम योजनायें हैं जो निरंतर
कार्य कर रही हैं किन्तु जबतक आप सभी का
सहयोग नहीं मिलेगा अकेले सरकार कुछ नहीं
कर सकती .
कुछ समयांतराल के पश्चात् पानी के बोतल की तरह हम oxigen की
बोतल भी ले कर सफ़र करेंगे :-
दिन
प्रतिदिन विश्व की जनसँख्या निरंतर बदने के कारन आवश्यक आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु
जगह जगह इमारतें यातायात व्ययवस्था हेतु सड़कें फक्ट्रियां इत्यादि बनाने के कारण हमें
प्रकृत्ति द्वारा दिए गए अनमोल धरोहर लगातार पेड़ पौधों पहाड़ नदी नालें इत्यादि को
हमारा समाज ख़त्म करता जा रहा है ,जिस कारन
मानव जीवन की मुलभुत जरुरत जल ,वायु इत्यादि की कमी होती जारही है.
जबकि
हम अच्छी तरह जानते हैं की पेड़ पौधे हमारे चारो तरफ की दूषित वायु तथा जल को लेकर
हमें स्वक्ष ओक्सीजन प्रदान करते हैं जो प्रत्येक जीव को जीवित रहने के लिए नितांत
आवश्यक है. यह बात हम सभी प्राणियों को
भलीभांति पता होने के बावजूद पेड़ पौधों के
प्रति हम में से ७०% लोग नीरसता दिखाते हैं .
इसी तरह जगह जगह जमीं से पानी निकालने हेतु समरसेबुल इत्यादि जैसे मशीनरी
लगाने के कारन जलस्तर भी काफी निचे होता जा रहा है . पेट्रोल-डीजल के वाहनों
में लगातार बृद्धि होती जा रही है . शहर में कच्ची ज़मीं तथा पेड़ नहीं बच पाने के
कारन वायु प्रदुषण ,जल प्रदुषण तथा ध्वनि
प्रदुषण लगातार बढता ही जा रहा है ,जिस कारन हम तरह तरह की बिमारियों से ग्रसित
होते जा रहे हैं हमारी उम्र लगातार औसत सीमा से कम होती जा रही है.
यदि ऐसे ही हम १०-१५ वर्ष और नीरसता
दिखाए तो पानी की बोतल की तरह हमें स्वांस लेने हेतु oxigen की बोतल लेकर सफ़र करना
होगा .धीरे धीरे इसकी शुरुवात भी हो चुकी है .
अतः आप सभी से अनुरोध है की कृपया आपकी आने
वाली युवा पीडी के उज्जवल भविष्य के लिए केवल धन-दौलत मकान ज़मीं ही नहीं बल्कि पेड़
पौधे लगावें . क्योंकि जब जीवन रहेगा तभी धन-दौलत काम आवेगी.
आज से हम सभी प्रण लें की अपने परिवार
के सदस्यों की संख्या के बराबर अपनी राशी,नक्षत्र के अनुसार पेड़ अवश्य लगावें. याद
रखिये जैसे जैसे पेड़ बढेंगे वैसे-वैसे
आपके संतान का भविष्य भी उज्जवल होता जायेगा .यदि आपके पास जगह नहीं हो और आप
फ्लैट में रहते है या आप कहीं भी रहते हों आपको कम से कम एक पेड़ अवश्य लगाने चाहिए
तथा समय समय पर उसकी देखभाल करनी चाहिए .
मित्रों यद्यपि हमसे जुड़े अनगिनत परिवार ऐसे हैं
जिनकी संतान के सुख, समृद्धि,
करियर,
वैवाहिक जीवन तथा स्वस्थ्य के मार्ग में आ रहे अवरोध को वृक्षारोपण
से बेहद सुखद जीवन प्राप्त हुआ है .