Friday 18 October 2019


सूर्य का तुला राशि में गोचर, जानें संक्षिप्त परिचय और  आपकी राशि पर इसका प्रभाव -
एक बार फिर सूर्य देव अब 18 अक्टूबर 2019, शुक्रवार 00:41 बजे कन्या से तुला राशि में गोचर करेंगे। वे 17 नवंबर 2019, रविवार 00:30 बजे तक इसी राशि में स्थित रहेगा।

कुंडली में मौजूद सभी 12 राशियों में से केवल एक राशि सिंह का स्वामित्व सूर्य देव को प्राप्त है। इसके साथ ही सूर्य देव कृतिका, उत्तराफाल्गुनी उत्तराषाढ़ा नक्षत्रों के स्वामी हैं।

राहु की संगति इन्हें ग्रहण भी लगाती है। नवग्रहों में बात करें तो चंद्रमा, मंगल व गुरु इनके मित्र ग्रह हैं जबकि राहू, केतु, शुक्र व शनि के साथ इनकी खास नहीं बनती। बुध के साथ ये समभाव रखते हैं।

सूर्य ग्रह एक राशि में लगभग एक महीने तक रहते हैं। इसी कारण हिंदू पंचांग मास का निर्धारण भी सूर्य की चाल पर होता है। तिथि का आरंभ भी सूर्योदय से ही मानते हैं। सूर्य के एक राशि से दूसरी राशि में परिवर्तन को संक्रांति कहा जाता है।
मकर राशि में सूर्य जब प्रवेश करते हैं तो यह समय स्नान-दान पुण्य आदि के लिये बहुत ही शुभ माना जाता है। मकर संक्रांति को बड़े स्तर पर पर्व के रूप में मनाया जाता है। इसे उत्तरायण भी कहते हैं। यहीं से शुभ समय की शुरुआत भी मानी जाती है। मिथुन राशि के पश्चात दक्षिणायन में हो जाते हैं।
तुला राशि में ये नीच के होते हैं तो मेष राशि में उच्च के। इस तरह सूर्य एक बहुत ही प्रभाव शाली ग्रह हैं। जो भी ग्रह सूर्य के समीप आते हैं उन्हें अस्त माना जाता है यानि उनका अपना कोई प्रभाव नहीं रह जाता है। उनके प्रभाव से युक्त सूर्य जातकों के जीवन को बहुत प्रभावित करते हैं। बुध के साथ आने पर बुधादित्य योग बनता है जिसे बहुत ही सौभाग्यशाली माना जाता है।
जातक के स्वास्थ्य पर सूर्य का बहुत असर होता है। वैसे तो सूर्य की गिनती पाप ग्रहों में होती है। लेकिन क्रूर ग्रहों की दृष्टि पड़ने या उनके साथ आने से ही सूर्य नेगेटिव प्रभाव छोड़ते हैं। अन्यथा जातक के जीवन पर सूर्य काफी अच्छा प्रभाव डालते हैं।

सूर्य के इस राशि परिवर्तन का प्रभाव सभी राशियों पर होगा।
ज्योतिष के अनुसार प्रतिदिन सूर्योदय के समय यदि कोई व्यक्ति सूर्य देव को जल चढ़ाये, तो कुंडली में मौजूद सूर्य संबंधित सभी दोषों से मुक्ति मिलती है। सूर्य की उपासना करने से आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। वैदिक ज्योतिष में सूर्य को पूर्वज, पिता, आत्मा और सरकारी सेवा का कारक माना गया है।

 18 अक्टूबर, 2019 को सूर्य ग्रह का तुला राशि में गोचर होने से इसका का प्रभाव सभी 12 राशि के जातकों के जीवन पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों रूपों से पड़ने वाला है। तो चलिए जानते हैं कि सूर्य का यह गोचर सभी राशियों के जातकों को किस प्रकार प्रभावित करेगा। 
मेष राशि
सूर्य का गोचर आपकी राशि से सातवें भाव में हो रहा है। इस गोचर के चलते वैवाहिक जीवन और पारिवारिक जीवन में आपको कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। जो कारोबारी साझेदारी में बिज़नेस करते हैं, उन्हें साझेदार के साथ रिश्तों में खटास आ सकती है। इस दौरान प्रेम संबंधों में भी कुछ परेशानियां हो सकती हैं। हालांकि छात्रों के लिए यह समय अच्छा रहेगा। 
वृषभ राशि
सूर्य का यह गोचर आपके छठे भाव में हो रहा है। इस गोचर के दौरान आपको अच्छे फल मिलने की पूरी उम्मीद है। वृषभ राशि के छात्रों के लिए यह गोचर बहुत लाभदायक रहेगा। पारिवारिक जीवन में संपत्ति को लेकर कोई छोटा-मोटा विवाद हो सकता है। वहीँ इस दौरान आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।
मिथुन राशि
सूर्य का यह गोचर आपके पांचवे भाव में हो रहा है। यह गोचर नौकरी पेशा लोगों के लिए शुभ रहेगा। वहीँ छात्रों के लिए यह गोचर बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता। गोचर के दौरान आर्थिक पक्ष कमजोर रह सकता है। वहीँ आपका स्वास्थ्य भी इस अवधि में कमजोर रह सकता है। यह समय प्रेम जीवन के लिए अच्छा रहेगा। 
कर्क राशि
सूर्य का यह गोचर आपके चौथे भाव में हो रहा है। इस गोचर के दौरान माता की सेहत में गिरावट आ सकती है। वैवाहिक जीवन और प्रोफेशनल जिंदगी दोनों में तनाव देखने को मिलेगा। आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए इस राशि के कुछ लोग अपनी प्रोपट्री या अपना पुराना वाहन या बेच सकते हैं। इस दौरान छात्रों को शिक्षा के क्षेत्र में अच्छे फल पाने के लिए सार्थक प्रयास करने पड़ेंगे।
सिंह राशि
सूर्य का यह गोचर आपके तीसरे भाव में हो रहा है। इस गोचर के दौरान आप खुद को ऊर्जावन महसूस करेंगे। स्वास्थ की बात करें तो पुरानी बीमारी से इस दौरान आपको आराम मिल सकता है। इस राशि के नौकरी पेशा लोग कार्यक्षेत्र में नया मुकाम हासिल करेंगे। वहीँ इस राशि के कुछ लोगों को छोटी दूरी की यात्राएं भी करनी पड़ सकती हैं। इस अवधि में सिंह राशि की ग्रहणियां अपने जीवनसाथी के साथ कहीं घूमने जा सकती हैं।
कन्या राशि
सूर्य का यह गोचर आपके दूसरे भाव में होने वाला है। इस समय आपकी वाणी में कड़वाहट देखने को मिलेगी। पारिवारिक जीवन में सही माहौल बनाने के लिए गोचर के दौरान अपने गुस्से पर काबू रखें। इस अवधि में सेहत को लेकर आपको सचेत रहने की जरुरत है। आपको आंखों से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।  इस समय आर्थिक पक्ष को सही रखने के लिए अपने ख़र्चों पर लगाम लगाएँ। प्रेम जीवन में संतुलन बनाने के लिए अहम को पीछे रखें और अपने पार्टनर की बातों को गौर से सुने। 
तुला राशि
सूर्य का गोचर आपकी ही राशि यानि प्रथम भाव या लग्न भाव में हो रहा है। इस गोचर के दौरान आपको स्वास्थ्य संबंधी कुछ परेशानियां हो सकती हैं। परिवार वालों के साथ भी आपका झगड़ा हो सकता है। आर्थिक पक्ष को मजबूत करने के लिए धन संचय करें। इस समय छात्र पढ़ाई पर ज्यादा ध्यान दे। 
वृश्चिक राशि
सूर्य का यह गोचर आपके बारहवें भाव में होने वाला है। इस गोचर के दौरान इस राशि के कारोबारियों को काम के संबंध में लंबी दूरी की यात्रा करनी पड़ सकती है। सूर्य का गोचर आपके ख़र्चों में बढ़ौतरी कराएगा। स्वास्थ की बात करें तो शारीरिक दर्द और आंतों से जुड़ी परेशानियां आपको हो सकती हैं। छात्रों को अपनी दिक्कतों को लेकर गुरुजनों से बात करनी चाहिए। वहीँ पिता इस दौरान आपको भविष्य के लिए कोई सलाह दे सकते हैं।
धनु राशि
सूर्य का यह गोचर आपके ग्यारहवें भाव में होने वाला है। इस गोचर के दौरान आपको अच्छे फल मिलने की पूरी उम्मीद है। इस समय ऑफिस में आपको सीनियर्स का साथ मिलेगा और लाभ के नये मार्ग खुलेंगे। स्वास्थ्य में भी सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेंगे। इस समय आप अपने परिवार के साथ किसी धार्मिक यात्रा पर जा सकते हैं। पिता के साथ आपके रिश्तों में निखार आएगा। छात्रों का मन इस समय पढ़ाई में खूब लगेगा।
मकर राशि
सूर्य का यह गोचर आपके दसवें भाव में होने वाला है। यह गोचर आपको सरकारी क्षेत्रों से लाभ दिलाएगी। नौकरी करने वालों का इस दौरान प्रोमोशन हो सकता है। आपको सलाह दी जाती है कि बात करते समय शब्दों का सोच समझकर चुनाव करें। पारिवारिक जीवन में कुछ उतार-चढ़ाव आ सकते हैं। इस दौरान आपको शराब सिगरेट जैसे मादक पदार्थों से दूर रहना चाहिए।
कुंभ राशि
सूर्य का यह गोचर आपके नवम भाव में होने वाला है। इस गोचर के दौरान पिता के स्वास्थ्य में गिरावट आने की संभावना है। साथ ही उनसे किसी बात को लेकर मनमुटाव भी हो सकता है। गोचर के इस काल में आर्थिक पक्ष कमजोर रह सकता है। इस समय अपने विरोधियों से सावधान रहने की जरुरत है। सूर्य का यह गोचर आपको आपके प्रेमी से दूर कर सकता है। 
मीन राशि
सूर्य का यह गोचर आपके आठवें भाव में होने वाला है। इस गोचर काल में लक्ष्य हासिल करने में आपको परेशानियां आ सकती हैं। आपको इस गोचर के दौरान अपने गुस्से पर काबू रखने की सलाह दी जाती है। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा, लेकिन आपको खान-पान का ध्यान रखना चाहिए। गोचर काल में गैर-कानूनी कार्यों से दूर रहें। इस दौरान छात्रों को मिलेजुले फल मिलेंगे।
आचार्य राजेश कुमार

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