Tuesday 30 July 2019

महाशिव रात्रि पर अद्भुत संयोग:-

सावन शिवरात्रि आज पूरे उत्तर भारत में मनाई जा रही है। आज ही कांवड़िए गंगा जी से जल लाकर अपने शिवमंदिरों में जलाभिषेक करते हैं। शिवरात्रि के बाद सावन में चलने वाली कांवड़ यात्रा समाप्त हो जाती है। सावन शिवरात्रि  श्रावण मास कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाई  जाती है।  इस साल यह चतुर्दशी 30 जुलाई को सुबह 11:57 बजे शुरू हो रही है और 31 जुलाई को दोपहर तक रहेगी।

शास्त्रों की मानें तो भगवान शिव की पूजा करने से हर कष्ट से निजात मिल जाती है। यही नहीं ऐसा भी कहा जाता है कि भोले बाबा अपने भक्तों की हर मुराद पूरी करते हैं और बहुत छोटे से ही प्रयत्न से मान जाते हैं।

इस बार सावन शिवरात्रि पर अध्भुत संयोग बन रहा है, सावन में मंगलवार के दिन मंगला गौरी की पूजा होती है. इसके साथ ही ये दिन रुद्रवतार हनुमान जी की पूजा के लिए भी समर्पित है. कहा जाता है इस दिन शिव जी की सच्चे मन से पूजा करने, शिवलिंग पर जल चढ़ाने से भक्त की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।

सावन शिवरात्रि  2019 की तिथि और शुभ मुहूर्त:

चतुर्दशी तिथि 30 जुलाई 2019 को सुबह 11.57 से शुरू हो रही है.

चुतुर्दशी तिथि 31 जुलाई 2019 को दोपहर 02 बजकर 05 मिनट तक रहेगा.

निशिथ काल पूजाछ 31 जुलाई 2019 को दोपहर 12 बजकर 06 मिनट से 12 बजकर 49 मिनट तक रहेगा.

पारण का समय: 31 जुलाई 2019 सुबह 05 बजकर 46 मिनट से सुबह 11 बजकर 57 मिनट तक रहेगा.

सावन शिवरात्रि पूजा विधि: -

शिवरात्रि के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करके साफ कपड़े पहनें और व्रत का संकल्प लें. अब घर के मंदिर या शिवालय में जाकर शिवलिंग पर पंचामृत (दूध, दही, शहद, घी और गन्ने का रस या चीनी का मिश्रण) चढ़ाएं. अब ऊँ नम: शिवाय का उच्चारण करते हुए शिवलिंग पर एक एक करके बेल पत्र, फल और फूल चढ़ाएं. सभी बेल पत्र चढ़ाने के बाद गुड़ से बना पुआ, हलवा और कच्चे चने का भोग लगाएं और सभी को प्रसाद बाटें.

राशिनुसार शिव पूजा:-

मेष राशि

मेष राशि के लोगों तांबे के लोटे में जल लेकर उसमें थोड़ा-सा गुड़ मिलाकर शिवजी का अभिषेक करना चाहिए। साथ ही भगवान शिव को लाल फूल अर्पित करने चाहिए।



वृष राशि

वृष राशि के लोगों को दूध और जल के मिश्रण से शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए। इस दौरान चांदी या स्टील के लोटे का उपयोग करें। तांबे के बर्तन से दूध समर्पित नहीं करते हैं। साथ ही वृष राशि के लोगों को शिवलिंग पर दही, सफेद चंदन, सफेद फूल और चावल अर्पित करने चाहिए।

मिथुन राशि

मिथुन राशि में जन्मे लोगों को भगवान भोलेनाथ की पूजा तीन बिल्व पत्रों से करनी चाहिए। आप शिवलिंग का अभिषेक गन्ने के रस से कर सकते हैं। इससे आपको विशेष लाभ होगा।



कर्क राशि

कर्क राशि में जन्मे लोगों को घी से भगवान शिव का अभिषेक करना चाहिए। आप अगर कच्चा दूध शिवजी पर अर्पित करेंगे तो आपको आपकी इच्छापूर्ति में सहायता मिलेगी। सफेद चंदन से शिवजी का तिलक करें।

सिंह राशि

सिंह राशि में जन्मे लोगों को भगवान शिव का अभिषेक गुड़ मिश्रित जल से करना चाहिए। आप भगवान शिव को गेहूं अर्पित करेंगे तो आपको विशेष लाभ होगा।

कन्या राशि

कन्या राशि में जन्मे लोगों को भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए गन्ने के रस से अभिषेक करना चाहिए। शिवलिंग पर बेलपत्र और भांग के पत्ते चढ़ाने चाहिए।



तुला

तुला राशि के लोगों को भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए शिवरात्रि पर इत्र, फूलों से सुगंधित जल या तेल से शिव का अभिषेक करना चाहिे। साथ ही शहद अर्पित करने से लाभ होगा।

वृश्चिक

वृश्चिक राशिवालों को पंचामृत से भगवान शिव का अभिषेक करना चाहिए। ऐसा करने से आप पर भगवान शिव जल्दी प्रसन्न हो सकते हैं।



धनु राशि



धनु राशि के लोगों को भगवान शिव का अभिषेक केसर या हल्दी युक्त दूध से करना चाहिए। साथ ही शिवलिंग पर बेल पत्र और पीले फूल अर्पित करें।

मकर

मकर राशि के लोगों को काले तिल से भगवान शिव का अभिषेक करना चाहिए। इससे आपको भगवान शिव की कृपा प्राप्त होगी।

कुंभ

कुंभ राशि के लोगों को भी मकर राशि के लोगों की तरह ही भगवान शिव पर काले तिल अर्पित करने चाहिए। साथ ही गंगाजल से शिवजी का अभिषेक करना चाहिए। इससे जीवन कष्ट और संकट दूर होते हैं।

मीन राशि



मीन राशि के लोगों को भगवान शिव पर और शिवलिंग का अभिषेक करते समय पीले रंग के फूल अर्पित करने चाहिए। साथ ही पीली मिठाई का भोग भगवान शिव को लगाना चाहिए।

आचार्य राजेश कुमार

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