पूर्ण सुखी जीवन जीने के मुख्य सूत्र :-
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प्राचीन शास्त्रों के अनुसार इस संसार मे जन्म लेने वाला हर प्राणी किसी ना किसी दुख से पीड़ित अवश्य रहता है। यदि किसी मनुष्य के पास निम्न 16 प्रकार के सुखों की अंबार हो तो वह संसार का अब तक का पूर्ण सुखी व्यक्ति होगा ।
1 * पहला सुख निरोगी काया *
2.*दूजा सुख घर में हो माया *
3.*तीजा सुख कुलवंती नारी।*
4.*चौथा सुख सुत आज्ञाकारी।*
5.*पाँचवा सुख सदन हो अपना।*
6.*छट्ठा सुख सिर कोई ऋण ना।*
7.*सातवाँ सुख चले व्यापारा।*
8.*आठवाँ सुख हो सबका प्यारा।*
9.*नौवाँ सुख भाई और बहन हो ।*
10.*दसवाँ सुख न बैरी स्वजन हो।*
11.*ग्यारहवाँ मित्र हितैषी सच्चा।*
12.*बारहवाँ सुख पड़ौसी अच्छा।*
13.*तेरहवां सुख उत्तम हो शिक्षा।*
14.*चौदहवाँ सुख सद्गुरु से दीक्षा।*
15.*पंद्रहवाँ सुख हो साधु समागम।*
16.*सोलहवां सुख संतोष बसे मन।*
*सोलह सुख ये होते भाविक जन।*
*जो पावैं सोइ धन्य हो जीवन।।* 🐙
*हालांकि आज के समय में ये सभी सुख हर किसी को मिलना मुश्किल है*
*लेकिन इनमें से जितने भी सुख मिलें उससे खुश रहने की कोशिश करनी चाहिए*
आचार्य राजेश कुमार (www.divyanshjyotish.com)