Saturday 29 January 2022

साल -2022 में राहु करेगा राशि परिवर्तन, इन रा​शि वालों को होगा लाभ

 राहु 12 अप्रैल 2022 को वृषभ राशि की अपनी यात्रा को समाप्त करते हुए मेष राशि में गोचर करने वाले हैं। केतु ग्रह भी इस दिन तुला राशि में प्रवेश करेंगे।


ज्योतिष शास्त्र में राहु व केतु को क्रूर व पाप ग्रह माना गया है। इन्हें छाया ग्रह भी कहा जाता है क्योंकि यह सौरमंडल में दिखाई नहीं देते यानी सौरमंडल में इनका वजूद नहीं है।  हमारे जो 9 ग्रह हैं, उनमें सूर्य व चंद्रमा तो साक्षात नजर आते हैं। 5 ग्रहों- बुध, शुक्र , शनि, गुरु व मंगल को भी टेलिस्कोप से देखा जा सकता है लेकिन राहु और केतु 2 छायाग्रह हैं जो दिखाई नहीं देते लेकिन हमारे जीवन को प्रभावित करते हैं। 


राहु भले ही एक क्रूर व पाप ग्रह हैं लेकिन यदि राहु कुंडली में मजबूत स्थिति में होता है तो अच्छे परिणाम देता है। रंक से राजा बना देता है लेकिन जब राहु खराब स्थिति में होता है तो राजा से रंक भी बना देता है यानी कपड़े उतरवा लेता है ।


ज्योतिष में राहु ग्रह को किसी भी राशि का स्वामित्व प्राप्त नहीं है लेकिन वृषभ राशि में यह उच्च होता है और वृश्चिकराशि में यह नीच भाव में होता है।  27 नक्षत्रों में राहु आद्रा, स्वाति और शतभिषा नक्षत्रों का स्वामी है।


राहु को शनि के बाद दूसरा धीमे गोचर करने वाला ग्रह माना जाता है। राहु के प्रभावों की तुलना शनि के प्रभावों से की जाती है। इस ग्रह को एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करने में करीब 1.5 वर्ष का समय लगता है। 


12 अप्रैल को सुबह 11 बजकर 18 मिनट पर राहु वृषभ राशि से मेष राशि में गोचर करेंगे ।



राहु के मेष राशि में गोचर का मेष राशि पर प्रभाव:-


इस गोचर के दौरान मेष राशि वालों का स्वास्थ्य ठीक नहीं रहेगा। जीवनसाथी के स्वास्थ्य पर भी विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होगी और यह चिंता का कारण बनेगा। राहु के प्रभाव से मेष राशि वालों को सुस्ती का अनुभव होगा, उनके संकल्प में भी कमी आएगी। अतिश्योक्ति और आत्म-संदेह प्रबल होगा। इस गोचर के दौरान नौकरी में परिवर्तन भी हो सकता है। जीवन साथी के साथ परेशानी होगी। गलतफहमी होगी।


वृष राशि पर प्रभाव


वृष राशि वालों के स्वास्थ्य में सुधार होगा, लेकिन इस गोचर के दौरान उनका रवैया कठोर रहेगा। वृष राशि वालों को विरोधी परेशान कर सकते हैं। अचानक खर्चों में वृद्धि होगी। इस दौरान यात्राएं होंगी। वृष राशि वालों को सलाह दी जाती है कि कार्यस्थल पर सहकर्मियों के साथ वाद-विवाद से बचें। नौकरी में बदलाव की तलाश कर रहे लोग ऐसा करने में सफल होंगे। कर्ज से मुक्ति मिलेगी। गंभीर चिंता के पुराने मामले अब वृष राशि वालों को परेशान नहीं करेंगे।


मिथुन राशि पर प्रभाव


मिथुन राशि वालों को कार्यस्थल पर पदोन्नति और अन्य लाभ प्राप्त होंगे। शेयर बाजार से जुड़े लोगों को मुनाफा होगा। व्यवसाय भी फल-फूलेंगे। घरेलू क्षेत्र में दिक्कतें आएंगी। सामाजिक मान-सम्मान बरकरार रहेगा। मिथुन राशि वालों पर झूठे आरोप लग सकते हैं। छात्र अपनी पढ़ाई पर ध्यान नहीं दे पाएंगे।


कर्क राशि पर प्रभाव


कर्क राशि वालों के करियर में सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेंगे। निवास में परिवर्तन हो सकता है। आय में वृद्धि होगी, इसके बाद पदोन्नति होगी। इस दौरान नए वाहन खरीदे जाएंगे। पारिवारिक विवाद होंगे। माता-पिता से विवाद होगा। माता-पिता का स्वास्थ्य भी भारी चिंता का विषय रहेगा।


सिंह राशि पर प्रभाव


सिंह राशि के लिए यह गोचर अनुकूल रहेगा। जिन कामों में देरी हो रही थी, वे सभी इस गोचर के दौरान पूरे होंगे। राहु के प्रभाव के कारण निरंतर प्रयासों के बावजूद भाग्य पक्ष में नहीं रहेगा। यात्राएं होंगी। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। जो लोग शादी करना चाहते हैं उन्हें सफलता मिलेगी।


कन्या राशि पर प्रभाव


कन्या राशि वालों के लिए यह गोचर कठिन रहेगा। खान-पान की आदतों में सुधार करना चाहिए। स्वास्थ्य प्रभावित होगा और कुछ वायरस परेशान कर सकते हैं। विषाणुजनित रोग कन्या राशि को प्रभावित कर सकते हैं। मानसिक तनाव बढ़ेगा। करियर चुनौतियों का गवाह बनेगा। शेयर बाजार से जुड़े लोगों को सावधान रहना चाहिए। किसी खास सौदे में पैसा फंस सकता है। कन्या राशि वालों को विवादों से दूर रहना चाहिए और दूसरों से बात करते समय विनम्र भाषा का प्रयोग करना चाहिए।


तुला राशि पर प्रभाव


आर्थिक स्थिति अनुकूल रहेगी। इस चरण में भाग्य तुला राशि का साथ देगा। उन्हें प्रयास करते रहना चाहिए। सफलता मिलेगी, लेकिन तुला राशि वालों को विरोधियों से सावधान रहना होगा। तुला राशि वाले चिड़चिड़े रहेंगे और स्वास्थ्य ठीक नहीं रहेगा। जीवनसाथी अत्यधिक चिंता का विषय बनेगा। प्रोफेशनल्स को ऑफिस में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। व्यापार भागीदारों के साथ विवाद व्यापार में परेशानी का कारण बनेंगे।


वृश्चिक राशि पर प्रभाव


वृश्चिक राशि वालों को आर्थिक मामलों को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है। कर्ज से बचना चाहिए। उधार भी नहीं देना चाहिए क्योंकि दिया गया धन वृश्चिक राशि में वापस नहीं आएगा। अचानक खर्चा आ सकता है। लंबे समय से परेशान लोगों का स्वास्थ्य बेहतर होगा। हालांकि किसी का स्वास्थ्य चिंता का विषय हो सकता है। गुप्त शत्रुओं को लेकर वृश्चिक राशि वालों को सतर्क रहना चाहिए। कानूनी मामलों में वृश्चिक राशि की जीत होगी।


धनु राशि पर प्रभाव


यह गोचर धनु राशि को वित्तीय लाभ प्राप्त करने में सक्षम करेगा। अटका हुआ पैसा वापस मिलेगा। मनोकामनाएं पूर्ण होंगी। व्यावसायिक जीवन समृद्ध होगा। प्रमोशन होंगे। बाधाएं दूर होंगी। सामाजिक प्रतिष्ठा चिंता का कारण बनेगी। घरेलू मुद्दे प्रबल रहेंगे। प्रोफेशनल लाइफ में तरक्की होगी।


मकर राशि पर प्रभाव


इस गोचर के दौरान मकर राशि वालों को मिले-जुले परिणाम मिलेंगे। नौकरी मकर राशि के कार्ड पर होगी, खासकर व्यक्तिगत संपर्कों में। सरकारी अधिकारियों का कार्यस्थल पर तबादला होगा। स्वास्थ्य मध्यम रहेगा। संपत्ति और वाहन से जुड़े मुद्दे समस्याग्रस्त होंगे। माता-पिता के साथ विवाद होगा


कुंभ राशि पर प्रभाव


कुंभ राशि वालों के स्वास्थ्य में सुधार होगा। काम में देरी दूर होगी। मित्रों का सहयोग मिलेगा और कुंभ राशि के जातक पराजित होंगे। राहु के प्रभाव से मानसिक तनाव बढ़ेगा। भाई-बहन में झगड़ा होगा। करियर में प्रगति होगी, लेकिन अति आत्मविश्वास से दूर रहना चाहिए। यात्रा कष्टकारी हो सकती है।


मीन राशि पर  गोचर का प्रभाव


स्वास्थ्य मध्यम रहेगा। मीन राशि वालों को वाहन चलाते समय सतर्क रहना चाहिए। व्यवसाय में बुद्धि का उपयोग करें। एक गलत निर्णय बड़ी समस्या का कारण बन सकता है। खर्चों में अचानक हुई बढ़ोतरी कुंभ राशि को परेशान करेगी। वाणी और व्यवहार पर नियंत्रण रखना चाहिए। रिश्तेदारों के बीच वाद-विवाद हो सकता है।


आचार्य राजेश कुमार

(https://www.divyanshjyotish.com)

Sunday 16 January 2022

करियर निर्माण में बृहस्पति या गुरु ग्रह की भूमिका


जिन व्यक्तियों की कुंडली में गुरु ग्रह बलवान स्थिति में होता है ऐसे व्यक्तियों के अंदर ज्ञान की कभी कोई कमी नहीं रहती है। साथ ही ऐसे व्यक्ति शिक्षा के क्षेत्र में बिना किसी बाधा और परेशानी के आगे बढ़ते हैं। जिस व्यक्ति की कुंडली में गुरु ग्रह या बृहस्पति ग्रह अनुकूल स्थिति में होते हैं ऐसे व्यक्तियों का करियर खराब से खराब परिस्थिति के बावजूद बृहस्पति की दशा अंतर्दशा में या अनुकूल गोचर होने पर करियर में सफलता अवश्य प्राप्त होती है।

ज्योतिष में गुरु ग्रह को दर्शन, धर्म, ज्ञान, आदि का कारक माना गया है। यदि कुंडली में बृहस्पति ग्रह मजबूत स्थिति में स्थित हो तो ऐसे व्यक्ति वकील, बैंक मैनेजर, बड़ी कंपनी में डायरेक्टर, ज्योतिषी, शिक्षक, शेयर मार्केट में उच्च पद पर काम करने वाले, शिक्षा क्षेत्र में, शिक्षण संस्थानों के संचालक, हलवाई या फिल्म निर्माता, आदि बन सकते हैं।

कार्यों में मुद्रा का क्रय-विक्रय, कूटनीतिक सलाहकार, चिकित्सा, पुजारी तथा धर्म-कर्म के कार्य, प्रवक्ता, धार्मिक संस्थानों के अधिकारी व ट्रस्टी, संचालक, दार्शनिक, साहित्यकार, कैशियर, मंत्री और राजनीतिज्ञ आदि भी बृहस्पति की ही देन हैं, इसलिए जिन व्यक्तियों की कुंडली में गुरु ग्रह मजबूत है या बृहस्पति अनुकूल स्थिति में होता है वह इन क्षेत्रों में भी सफलता कमा सकते हैं।

आपकी कुंडली में भी है राजयोग? जानिए अपनी  राजयोग रिपोर्ट

विभिन्न भावों में गुरु ग्रह का प्रभाव 

गुरु की भावगत स्थिति सामान्य फल 
प्रथम भाव में गुरुव्यक्ति ज्ञानी और अच्छा परामर्शदाता बन सकता है।
दूसरे भाव में गुरुव्यक्ति शानदार वक्ता और प्रवक्ता बन सकता है।
तीसरे भाव में गुरुव्यक्ति धार्मिक आचरण वाला होता है और पुजारी बन सकता है।
चौथे भाव में गुरु व्यक्ति को पैतृक कार्यों से लाभ मिल सकता है।
पंचम भाव में गुरु व्यक्ति को शिक्षा में सफलता मिलती है और उसी से धन प्राप्त हो सकता है। 
छठे भाव में गुरु इस स्थिति को अनुकूल नहीं माना जाता है क्योंकि इससे व्यक्ति को बीमारी आदि की आशंका बढ़ जाती है
सप्तम भाव में गुरु व्यक्ति को व्यापार में लाभ मिल सकता है। 
अष्टम भाव में गुरु व्यक्ति आध्यात्मिक क्षेत्र में झुकाव रखता है और उसमें सफलता हासिल कर सकता है।
नवम भाव में गुरु व्यक्ति के यश व कीर्ति में इजाफ़ा होता है। 
दशम भाव में गुरु व्यक्ति कार्यक्षेत्र में निपुण होता है और तमाम सफलता हासिल कर सकता है। 
एकादश भाव में गुरु व्यक्ति कथावाचक और उपदेशक बन सकता है। 
द्वादश भाव में गुरु व्यक्ति धर्म और परोपकार में धन